इसलिए मैं जी रहा हूं तुम्हारे लिए, मैं अपने दिल में तुम्हें बसाया हूं। इसलिए मैं जी रहा हूं तुम्हारे लिए, मैं अपने दिल में तुम्हें बसाया हूं।
ज़िन्दगी में सभी चाहते हैं, अपना मुकाम बनाना, कुछ कर जाना जहाँ में, अपने लक्ष्य को पा ज़िन्दगी में सभी चाहते हैं, अपना मुकाम बनाना, कुछ कर जाना जहाँ में, अपने लक्...
सदा जो सुसंगत में आते रहेंगे विवेकी स्वयं को बनाते रहेंगे उन्हीं की बनी और बनती रहेगी सदा जो सुसंगत में आते रहेंगे विवेकी स्वयं को बनाते रहेंगे उन्हीं की बनी और...
आंखों में पले कुछ ख्वाबों को, ढूंढ रही थी मैं रंग बिरंगे सपनों को, जो टूट गए थे, ढू आंखों में पले कुछ ख्वाबों को, ढूंढ रही थी मैं रंग बिरंगे सपनों को, जो ट...
बहुत याद आते हैं वो बिताए पल, जब खूब मिलते थे सब संग संग, वो मां का लाड़, पापा का प्या बहुत याद आते हैं वो बिताए पल, जब खूब मिलते थे सब संग संग, वो मां का लाड़, प...
बिखरे हुए अल्फ़ाज़ों को पिरोया जाए, सोचा एक सूत्र में पिरो कर नज़्म बनाई जाए, लिखने से बिखरे हुए अल्फ़ाज़ों को पिरोया जाए, सोचा एक सूत्र में पिरो कर नज़्म बनाई जाए, ...